
- पाकिस्तान हाई कमिशन के दो अधिकारी जासूसी के आरोप में पकड़े गए
- दोनों को पर्सन नॉन-ग्रेटा (अवांछित व्यक्ति) घोषित कर वापस भेजा जाएगा
- दिल्ली में फर्जी भारतीय नागरिक बनकर जासूसी का चल रहा था खेल
- इससे पहले 2016 में भी इस तरह की घटना हुई थी
नई दिल्ली
पाकिस्तान अपनी आदतों से ना तो सीमा पर और ना ही भारत के भीतर बाज आता है। पाकिस्तान हाई कमिशन के दो अधिकारियों को दिल्ली में जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है। इनका नाम आबिद हुसैन और ताहिर हुसैन है। दोनों पाकिस्तान हाई कमिशन के वीजा सेक्शन में काम करते हैं।
खुद को भारतीय बताते थे दोनों
दोनों को उस समय पकड़ा गया, जब दोनों भारत विरोधी काम कर रहे थे। वे दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम घूमते थे और जासूसी करते थे, लेकिन खुद को भारतीय बताते थे। भारत सरकार दोनों को पर्सन नॉन-ग्रेटा (अवांछित व्यक्ति) घोषित करेगी, जिसके बाद 48 घंटे के भीतर उन्हें अपने देश वापस जाना होगा। पिछली बार इस तरह की घटना 2016 में हुई थी।
2016 में हुई थी ऐसी घटना
2016 की घटना में भारत में पाकिस्तान हाई कमिशन में काम करने वाले महमूद अख्तर को लॉ एनफोर्समेंट अथॉरिटी ने सेंसिटिवि डॉक्युमेंट हासिल करने के आरोप में पकड़ा था। सरकार ने उनके खिलाफ भी पर्सन नॉन-ग्रेटा (अवांछित व्यक्ति) जारी किया और वापस पाकिस्तान भेज दिया था।
बलूच रेजिमेंट में काम करते थे महमूद अख्तर
पूछताछ के दौरान उन्होंने भारतीय अधिकारियों को बताया था कि वे पाकिस्तान आर्मी के बलूच रेजिमेंट में काम करते हैं और बाद में उन्होंने ISI (इंटर सर्विस इंटेलिजेंस) ज्वाइन किया जो पाकिस्तान की इंटेलिजेंस सर्विस एजेंसी है। वे भारत में 2013 में आए थे।
पाकिस्तान ने भी भारतीय अधिकारी को वापस भेजा था
उस घटना के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ उसी तरह का सलूक किया और इस्लामाबाद में इंडियन हाई कमिशन में काम करने वाले सुरजीत सिंह को पर्सन नॉन-ग्रेटा (अवांछित व्यक्ति) घोषित कर वापस भेज दिया था। सुरजीत सिंह इस्लामाबाद में वेयफेयर ऑफिसर थे।