Publish Date: | Wed, 01 Feb 2023 12:58 PM (IST)
Umaria News : उमरिया (संजय कुमार शर्मा, नई दुनिया) । अभी तक महुआ से शराब ही बन रही थी लेकिन अब सेहत का ख्याल रखने वाला च्यवनप्राश भी बनेगा। महुआ के बेहतर और ज्यादा उपयोगी होने से जंगल के आसपास के गांव में रहने वाले आदिवासियों को इसका अधिक लाभ मिल पाएगा। अभी तक जो महुआ तीन हजार रूपये क्विटंल बिक रहा था उसकी अच्छी कीमत आदिवासियों को मिल सकेगी जिससे उनकी मेहनत सार्थक होगी।
लंदन के व्यापारियों से अनुबंध
महुआ की फसल का ज्यादा से आदिवासियों को मिल सके इसके लिए प्रदेश सरकार ने विदेशी कंपनियों के साथ अनुबंध किया है। महुआ का समर्थन मूल्य 3500 रुपये है लेकिन लंदन के व्यापारी 104 प्रति किलो की दर से दो हजार क्विंटल महुआ मप्र से खरीदेंगे जिसमें एक हजार क्विंटल महुआ उमरिया जिले का होगा। विदेशी बाजार में महुआ की अच्छी कीमत मिलने से आदिवासियों को इसका सीधा फायदा होगा।
बिचौलियों की भूमिका खत्म
पहले औने-पौने रेट पर बिचौलिये ग्रामीणों से उनका महुआ खरीद लेते थे और खुद ज्यादा मुनाफा कमाते थे लेकिन जब से सरकार ने महुआ का समर्थन मूल्य तय किया है बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई है। अब बाजार में पांच हजार रुपये क्विंटल की दर से महुआ बिक रहा है। महुआ का मूल्य संवर्धन करने के लिए प्रदेश सरकार ने विदेशी कंपनियों से अनुबंध किया है। इससे आदिवासियों को अपने वनोपज की अच्छी कीमत भी मिल सकेगी।
जमीन पर नहीं गिरेगा महुआ
अभी तक महुआ जमीन पर गिरता था और उसकी गुणवत्ता कम हो जाती थी। इससे कम मात्रा में उपज संग्राहकों के हाथ में आ पाती थी। महुआ की पूरी उपज गुणवत्ता के साथ आदिवासियों के हाथ में आ सके इसके लिए अब महुआ संग्राहकों को नेट (जाली) दिया जा रहा है। हरे रंग का यह नेट महुआ संग्राहक पेड के नीचे जमीन से दो-तीन फीट की ऊंचाई पर लगा देंगे जिससे महुआ जमीन नहीं गिरेगा और खराब नहीं होगा। नेट पर गिरने वाले महुए को समेटने में समय भी ज्यादा नहीं लगेगा। इस तरह होने वाले महुआ संग्रहण से ग्रामीणों के हाथ में सौ प्रतिशत फसल आएगी।
तीन जिलों में बनेगी शराब
मध्यप्रदेश के महुआ से प्रदेश के ही तीन जिलों में हेरीटेज में शराब भी बनाई जाएगी। यह जानकारी प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने उमरिया जिला मुख्यालय उमरिया में शहडोल एवं रीवा वन वृत्त की लघु वनोपज समितियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम में दी थी। उन्होंने बताया कि इस विषय पर फिलहाल काम चल रहा है और जल्द ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
महुए को लेकर बढ़ी प्रतिस्पर्धा
प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने बताया कि दूर दराज जंगली क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समाज को लघु वनोपज का अधिक से अधिक फायदा दिलाने के लिए अनेको निर्णय लिये गए हैं। महुआ संग्राहक कर आदिवासी समाज अपना जीविकोपार्जन करने के साथ साथ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति भी करता आ रहा है। इसीलिए प्रदेश सरकार ने पहले महुआ का समर्थन मूल्य 3500 रूपये प्रति क्विटल निर्धारित किया ऐसा करने से बाजार में प्रतिस्पर्द्धा बढ़ी जिससे महुआ के दाम भी बढ़ गए।
इनका कहना है
प्रदेश का महुआ अब लंदन जाएगा जिसमें उमरिया जिले का एक हजार क्विंटल महुआ शामिल होगा। इसके लिए सरकार के स्तर पर एमओयू साइन किया गया है। प्रदेश के महुए से च्यवनप्राश बनेगा।
कुंवर विजय शाह, वन मंत्री मध्यप्रदेश शासन
Posted By: Jitendra Richhariya