मुकेश सोनी, कोटा: परकोटा क्षेत्र में बजाजखाना और बर्तन बाजार खुलवाने की मांग को लेकर स्थानीय व्यापारियों में रोष बढ़ता जा रहा है. स्थानीय व्यापारियों ने बाजार खुलवाने की मांग को लेकर रामपुरा में प्रदर्शन किया. फिर विरोध में सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए सड़क पर बैठ गए.
सूचना मिलते ही रामपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और व्यापारियों से समझाइश की. इस बीच हाड़ौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र साखला और कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक और रामपुरा थाना प्रभारी के साथ वार्ता की और निर्णय लिया कि सोमवार को व्यापारियों की सैंपलिंग लेकर उसकी जांच रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कलेक्टर को सौंपेंगे. रिपोर्ट में एक भी पॉजिटिव केस नहीं आने पर बाजार खोलने के आदेश कर दिए जाएंगे.
व्यापारियों का विरोध क्यों?
व्यापारियों का कहना है कि संपूर्ण हाड़ौती में कपड़ा व्यवसाय की पूर्ति करने वाला कपड़ा बाजार आज राजनीतिक दुर्भावना का शिकार हो रहा है. प्रतिदिन लगभग 10 करोड़ का व्यापार करने वाला बाजार पिछले 70 दिनों से बंद पड़ा. जबकि बजाजखाना में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने को आज 40 दिन से ऊपर हो चुके हैं तथा जिन गलियों में भी मिले हैं, उन्हें भी 15 दिन से ज्यादा हो चुके हैं.
नई गाइड लाइन के अनुसार, संक्रमित के 100 मीटर के दायरे को ही बंद रखने का प्रावधान है. उसके बावजूद इस इलाके में बाजार नहीं खुलवाए जा रहे हैं. वहीं, लम्बे समय तक हॉट स्पॉट बना रहा घंटाघर इलाका पूरी तरह से खोल दिया गया. स्थानीय व्यापारी तो यह तक कह रहे हैं कि राजनीति के कारण बजाजखाना ‘दो पाटन’ के बीच में पिस रहा है.