
पटना: सूचना एवं जन-संपर्क सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि, कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर लगातार उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है. मुख्यमंत्री के स्तर से प्रतिदिन सभी विषयों की समीक्षा के क्रम में सभी आवश्यक निर्देश दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि, रविवार की समीक्षा बैठक में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं.
MHA की गाइडलाइन पूर्णता लागू होगी
इसमें लॉकडाउन (Lockdown) के संबंध में गृह मंत्रालय (MHA) से जो दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं, वह पूरी तरह से लागू किए जाएंगे. बिहार में 15 जून तक ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स चलाने के बाद, उसे समाप्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि, रविवार को लॉकडाउन पीरियड खत्म हो रहा है और गृह मंत्रालय से जो नई गाइडलाइन जारी की गई है, बिहार में वह पूरी तरह से लागू रहेंगी. बिहार सरकार उसमें किसी प्रकार का संशोधन नहीं करेगी.
उन्होंने कहा कि, पिछले कुछ समय से बिहार सरकार कुछ एडिशनल मेजर्स भी लेती थी. लेकिन इस बार यही निर्णय लिया गया है कि, जो भी गाइडलाइन्स आई हैं, उसे पूर्णता लागू किया जाएगा. बिहार में 15 जून तक ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स को फंक्शनल रखने का निर्णय लिया गया है. इसका कारण यह है कि, अधिकांश इच्छुक लोग बिहार आ चुके हैं और बहुत कम लोग बचे हुए हैं, वह अगले भी एक से दो दिन के अंदर आ जाएंगे.
15 के बाद, ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर समाप्त किए जाएंगे
अनुपम कुमार ने कहा कि, सरकार ने एक कैटेगरी का शहर जो डिफाइन किया गया हैं, उन शहरों से आनेवाले प्रवासियों को दो सप्ताह के लिए ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स में आवासित कराया जाता है. वह दो सप्ताह 15 जून तक पूरा होगा. 15 जून के बाद, ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर को समाप्त किया जाएगा.
सरकार चलाएगी जागरूकता कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि, सीएम ने निर्देश दिया है कि जो डोर टू डोर स्क्रीनिंग हो रही है, उसमे गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को चिन्हित कर उनका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए. लॉकडाउन में काफी हद तक ढील दी जा चुकी है और अब काफी एक्टिविटी बढ़ेंगी, इसलिए सरकार ने बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है.
इसके लिए सभी पंचायतों में माइकिंग के माध्यम से एवं विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स/होर्डिंग्स/रेडियो/टेलीविजन के जरिए काफी इंटेंसिटी के साथ अवेयरनेस ड्राइव चलाया जाएगा. ताकि इस बीमारी से बचाव के लिए जो भी उपाय हैं, उनका अनुपालन करें. इसके लिए अगले एक से दो दिनों में मॉस स्केल पर एक अवेयरनेस ड्राइव शुरू किया जाएगा.
आपदा राहत केंद्रों की संख्या कम हो रही
सचिव ने बताया कि, अभी की तिथि में आपदा राहत केन्द्रों की संख्या कम हो रही है, क्योंकि परिवहन की सुविधा मिलने से ज्यादातर लोग अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं. बिहार के विभिन्न शहरों में ठेला वेंडर, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक एवं अन्य जरूरतमंद लोगों के भोजन, आवासन एवं उनके स्वास्थ्य जांच के लिए वर्तमान में 64 आपदा राहत केंद्र फंक्शनल है, जिसमें लगभग 11,500 लोग लाभान्वित हो रहे हैं.
5 लाख से अधिक लोग ब्लॉक क्वारेंटाइन में
उन्होंने कहा कि, ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स की संख्या अभी 12,291 हैं. इनमे अभी तक कुल 13 लाख 71 हजार 266 लोग आवासित हुए हैं. लेकिन, इनमें से 7 लाख 94 हजार 474 लोग क्वारेंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर जा चुके हैं और वह अब होम क्वारेंटाइन में हैं. वर्तमान में 5 लाख 76 हजार 792 लोग ब्लॉक क्वारेंटाइन सेंटर्स में आवासित हैं.
1 हजार की आर्थिक मदद की जा रही
अनुपम कुमार ने कहा कि, मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत अब तक 20 लाख 44 हजार 531 बाहर फंसे बिहार के लोगों के खाते में 1,000 रुपए की राशि अंतरित कर दी गई है. अभी तक 1 करोड़ 41 लाख राशन कार्डधारियों के खाते में 1,000 रूपए की सहायता राशि भेजी जा चुकी है.
ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका के द्वारा और शहरी क्षेत्रों में एनयूएलएम (NULM) के द्वारा राशन कार्ड विहीन परिवारों का सर्वे कराया गया था, जिसके आधार पर 21 लाख सुयोग्य परिवारों को भी 1,000 रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है.
रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष फोकस
उन्होंने कहा कि, रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग निरंतर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. लॉकडाउन पीरियड में अभी तक लगभग 4 लाख 36 हजार से अधिक संचालित योजनाओं के अंतर्गत 4 करोड़ 17 लाख से ज्यादा मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए जो ट्रेनें शिड्यूल्ड की गई थीं, उनमें से अधिकांश ट्रेनें बिहार आ चुकी हैं.
आज की तिथि तक कुल 1,433 श्रमिक स्पेशल ट्रेन/सीमावर्ती इलाकों से चलाई गई ट्रेनों के माध्यम से 19 लाख 47 हजार 127 लोग बिहार आए हैं.
1,520 लोगों ने दी कोरोना को मात
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि, अब तक कुल 75,737 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3,692 हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 181 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. 24 घंटे में 209 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं, इस प्रकार अब तक 1,520 लोग स्वस्थ हुए हैं.
प्रवासियों से बढ़े कोरोना के केस
लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि, अब तक कुल 23 लोगों की मौत हुई है, जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस प्रकार बिहार के 38 जिलों में 2,149 एक्टिव मामले हैं. 3 मई के बाद का 2,569 प्रवासी व्यक्तियों में कोविड-19 (COVID-19) पाए गए हैं. इसमें महाराष्ट्र से 648, दिल्ली से 559, गुजरात से 377, हरियाणा से 220, उत्तर प्रदेश से 134, राजस्थान से 125 सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं.
लॉकडाउन का सख्ती से कराया जा रहा पालन
इधर, एडीजी पुलिस मुख्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार, लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है. अब तक कुल 2,256 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 2,432 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं. 84,649 वाहन जब्त किए गए हैं. अब तक इससे कुल 20 करोड़ 23 लाख 61 हजार 272 रूपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है.
23 लाख से अधिक वसूला गया जुर्माना
वहीं, पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 6 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 18 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं. 756 वाहन जब्त किए गए हैं और 23 लाख 17 हजार 600 रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं. कोविड-19 (COVID-19) से निपटने के लिए उठाये जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.